Haryana : खिलाड़ी अमन सहरावत के स्वागत में देशवासियों ने बिछाई पलख पावड़े

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पेरिस ओलिंपिक 2024 में कुश्ती में ब्राँज मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले हरियाणा के झज्जर जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले पहलवान अमन सहरावत भारत लौट आए हैं। दिल्ली में अमन सहरावत का भव्य स्वागत किया गया और उनकी एक झलक पाने के लिए राजधानी में एयरपोर्ट के बाहर भाड़ी भीड़ दिखी।

21 वर्षीय अमन सहरावत ने पुरुषों के 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती स्पर्धा में ब्राँज मेडल जीतकर पेरिस ओलिंपिक में भारत का परचम लहराया और बड़ा इतिहास भी रच दिया। अमन ओलिंपिक में मेडल जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय एथलीट भी बने। इस मामले में उन्होंने स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को पीछे छोड़ा है।

अमन सहरावत जब पेरिस ओलिंपिक के लिए रवाना हुए थे तब उनके बारे में बहुत कम लोग जानते थे। अब जब वो कांस्य पदक जीतकर लौटे हैं तो उन्हें देखने के लिए भीड़ उमड़ी और पुलिस को फैंस को रोकना मुश्किल होते दिखा। अमन पर फूलों की बरसात की गई और उन्हें माला पहनाया गया।

भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हरियाणा के अमन सहरावत ने प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज को 13-5 से हराया। अमन की बदोलत इस ओलिंपिक में भारत को कुश्ती में पहला मेडल मिला। अमन ने ब्रॉन्ज मेडल अपने दिवंगत माता-पिता को समर्पित किया है।

अमन सेहरावत अपना सेमीफाइनल मैच हार गए थे। उन्हें जापान के पहलवान ने 10-0 से पटखनी दी। इससे पहले उन्होंने क्वार्टर फाइनल में 57 किलोग्राम वर्ग में अल्बेनिया के पहलवान को 12-0 से पटखनी देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। वहीं मैक्डोनिया के व्लादिमीर ईगोरोव को 10-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। 21 वर्षीय अमन सहरावत पेरिस ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले एकमात्र पुरुष पहलवान हैं।