Attack on Hindus in Canada: कनाडा में हाल ही में हुए हमले में हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया, जिसमें मंदिर पर हमला और वहां मौजूद हिंदू श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की गई। इस हमले के बाद भारतीय राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने इस घटना पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है, वहीं कांग्रेस ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वह इस मुद्दे को कनाडा सरकार के समक्ष मजबूती से उठाए।
भाजपा का सख्त रुख
भाजपा ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने देखा है कि भारत ने कनाडा को बहुत ही स्पष्ट और कड़े शब्दों में जवाब दिया है। हमें पूरा विश्वास है कि इस मामले में भारत अपनी स्थिति को मजबूती से पेश करेगा और जरूरी कदम उठाएगा।” उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हिंदू समुदाय के अधिकारों और सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।
कांग्रेस की केंद्र सरकार से मांग
कांग्रेस ने इस मामले पर चिंता व्यक्त की है और केंद्र सरकार से अपील की है कि वह कनाडा सरकार के सामने इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा, “यह घटना निंदा के योग्य है। सरकार को कनाडाई अधिकारियों से इस मामले पर सख्त बातचीत करनी चाहिए। किसी भी श्रद्धालु को मंदिर जाने से रोकने की इजाजत किसी को भी नहीं होनी चाहिए।” कांग्रेस नेताओं प्रमोद तिवारी, तारिक अनवर और अजय राय ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की और केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए।
स्वामी चिदानंद सरस्वती की अपील
परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इस घटना की निंदा की और विदेशों में रह रहे भारतीयों से अपील की कि वे अपनी मातृभूमि को न भूलें। उन्होंने इस तरह के हमलों के पीछे की मानसिकता को भ्रष्ट बताया और कहा कि भारतीय संस्कृति में हर किसी को अपने धर्म और परंपरा का पालन करने का अधिकार है।
हिंदू मंदिर पर हमला
रविवार को ब्रैम्पटन, कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर हमला हुआ। इस हमले में वहां मौजूद हिंदू श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। इस हमले में भारतीय उच्चायोग के वीजा कैंप को भी निशाना बनाया गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इसे लेकर लोगों में आक्रोश है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और विपक्षी नेताओं ने भी इस घटना की निंदा की है। वहीं, हिंदू संगठनों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया।
विदेशों में भारतीयों के अधिकारों की सुरक्षा का मुद्दा
कनाडा में हुए इस हमले ने विदेशों में भारतीय समुदाय की सुरक्षा के सवाल को फिर से उजागर किया है। यह घटना भारतीयों के लिए एक चिंता का विषय है, खासकर जब वे अपने धार्मिक स्थलों पर सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। भारतीय सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह इस मामले को कनाडा सरकार के सामने गंभीरता से उठाए और वहां के हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए।
कनाडा में हिंदुओं पर हुआ यह हमला निश्चित रूप से चिंताजनक है। इस घटना के बाद भारतीय राजनीति में भी हलचल है, और विभिन्न राजनीतिक दलों ने केंद्र सरकार से इस मामले पर सख्त कदम उठाने की अपील की है। अब देखना होगा कि भारत सरकार इस घटना पर कैसे प्रतिक्रिया देती है और विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाती है।